कार्यक्रम अवलोकन

मुख्यमंत्री टूरिज़्म फेलोशिप कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के युवाओं को पर्यटन रणनीति, प्रबंधन, कार्यान्वयन एवं अनुश्रवण के कार्यों में सरकार के साथ सहयोग करने का एक अनूठा मौका प्रदान करना है। कार्यक्रम के अंतर्गत चयनित शोधार्थियों को राज्य के पर्यटन, संस्कृति एवं पारिस्थितिकी के समग्र विकास, केन्द्र/राज्य सरकार द्वारा क्रियान्वित योजनाओं के समवर्ती मूल्यांकन एवं राज्य के मेलों एवं उत्सवों की रूपरेखा तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस कार्यक्रम के तहत शोधार्थियों को चुनना प्रस्तावित है ताकि सक्षम और उत्साही शोधार्थी राज्य के पर्यटन विकास लक्ष्यों एवं कार्यों के कार्यान्वयन में भाग ले सकें। फ़ेलोशिप कार्यक्रम पर्यटन, संस्कृति, इतिहास एवं आसपास के वातावरण जैसे संबंधित विषयों में काम करने वाले शोधार्थियों का चयन करेगा। चयनित शोधार्थी द्वारा जिलाधिकारी, मंडलायुक्त और पर्यटन विभाग के अधिकारी की देखरेख में काम किया जाएगा।

मुख्यमंत्री टूरिज़्म फेलोशिप कार्यक्रम के उद्देश्य

मुख्यमंत्री टूरिज़्म फेलोशिप कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
  • मुख्यमंत्री पर्यटन फेलोशिप कार्यक्रम का प्राथमिक लक्ष्य उत्तर प्रदेश के शोधकर्ताओं को राज्य और केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के अवलोकन, निगरानी, पारिस्थितिक और समग्र विकास एवं मूल्यांकन का अवसर देना है।
  • शोधार्थियों को भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए पर्यटन के लिए नीतियों के विकास में समान भागीदारी की गुंजाइश के साथ मेलों और त्योहारों के आयोजन की रूपरेखा तैयार करने और पर्यटन के क्षेत्र में राजस्व बढ़ाने का अवसर देना।
  • शोधार्थियों को मेले और त्योहारों के आयोजन की प्रक्रिया में भाग लेने का अवसर देना। चयनित शोधार्थी पर्यटन के क्षेत्र में विभिन्न राज्यों और देशों की सर्वोत्तम प्रथाओं का भी अध्ययन करेंगे और विभाग को उनके कार्यान्वयन के संदर्भ में सुझाव प्रदान करेंगे।

पारिश्रमिक

मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम के अन्तर्गत चयनित शोधार्थी को पारिश्रमिक के रूप में रू0 30,000.00 (रूपये तीस हजार) तथा क्षेत्र भ्रमण हेतु रू0 10,000.00 (रूपये दस हजार) मात्र प्रतिमाह की दर से भुगतान किया जाएगा। साथ ही शोधार्थी को एक टैबलेट उपलब्ध कराया जाएगा। आवास की व्यवस्था शोधार्थी द्वारा स्वयं की जाएगी।

सम्बद्धता की अवधि एवं वार्षिक प्रदर्शन मूल्यांकन

मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम के अन्तर्गत चयनित शोधार्थी की सम्बद्धता अवधि कार्यभार ग्रहण की तिथि से एक वर्ष के लिए मान्य होगी। पर्यटन क्षेत्र के अन्तर्गत हुई उपयोगिता, आवश्यकता के दृष्टिगत उत्कृष्ट कार्य के आधार पर सम्बद्धता अवधि को एक वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है। पारिश्रमिक एवं क्षेत्र भ्रमण के अतिरिक्त अन्य कोई भुगतान अनुमन्य नहीं होगा। कार्यक्रम के अन्तर्गत शोधार्थी द्वारा निर्धारित अवधि में सफलतापूर्वक किये गए कार्यों हेतु विभाग द्वारा प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।


भूमिका एवं उत्तरदायित्व

मुख्यमंत्री टूरिज्म फेलोशिप कार्यक्रम के अन्तर्गत निर्धारित जनपदों हेतु चयनित शोधार्थियों का चयन किया जायेगा, जिसके निम्नलिखित उत्तरदायित्व होंगे:

  • 1. कार्यक्रम अवधि के दौरान शोधार्थियों के द्वारा जिलाधिकारी, मण्डलायुक्त तथा सम्बन्धित पर्यटन विभाग के अधिकारी के पर्यवेक्षण में कार्य किया जायेगा।
  • 2. शोधार्थी द्वारा प्रदेश के पर्यटन स्थलों/पर्यटन विभाग द्वारा कार्यान्वित समस्त योजनाओं का समवर्ती मूल्यांकन, मेले महोत्सवों, कार्यक्रमों के आयोजन सम्बन्धी कार्य सचिव, जिला पर्यटन एवं संस्कृति परिषद एवं पर्यटन विभाग के अधिकारियों से सामंजस्य स्थापित करते हुए किया जाएगा। 3. शोधार्थी द्वारा प्रदेश के भ्रमण पर आने वाले तीर्थ यात्रियों, देशी/विदेशी पर्यटकों के ऑकड़ों का संकलन तथा पर्यटकों द्वारा की गई शिकायतों के निराकरण सम्बन्धी प्रकरणों पर आवश्यक सहयोग प्रदान किया जायेगा।
  • 4. शोधार्थी द्वारा योजनाओं के कार्यान्वयन में आ रही चुनौतियों तथा पर्यटकों का प्रदेश में आवागमन बढ़ाने के लिए सुझाव भी प्रस्तुत किये जायेंगे ।
  • 5. शोधार्थी द्वारा योजनाओं से सम्बंधित नीति निर्धारण, योजना संरचना, कार्यान्वयन तथा प्रदेश में आयोजित होने वाले मेले महोत्सवों, पर्यटन से जुड़े कार्यक्रमों को आयोजित किये जाने से सम्बंधित कार्यों में आवश्यक सहयोग प्रदान किया जायेगा ।
  • 6. शोधार्थियों के द्वारा योजनाओं के कार्यान्वयन हेतु आवश्यक डाटा को रियल टाइम संग्रहण एवं विश्लेषण के लिए एकत्र किया जायेगा तथा प्रदेश में पर्यटन के राजस्व में बढ़ोत्तरी किए जाने में अहम भूमिका निभायी जाएगी।

अन्य महत्वपूर्ण शर्तें:

  • मुख्यमंत्री टूरिज़्म फेलोशिप कार्यक्रम एक पूर्णकालिक कार्यक्रम है। इसलिए, चयनित शोधार्थियों को फेलोशिप कार्यक्रम की अवधि के दौरान कोई अन्य रोजगार, असाइनमेंट या अन्य पूर्णकालिक अध्ययन/कार्य करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
  • फ़ेलोशिप कार्यक्रम कार्यकाल पूरा होने के बाद स्थायी सेवा/रोज़गार का आश्वासन नहीं देता है।
  • प्रत्येक चयनित शोधार्थी के लिए कार्यालय का समय उस कार्यालय के अन्य कर्मचारियों के समान ही होगा।
  • शोधार्थी को अतिरिक्त घंटों तक काम करने और आवश्यकतानुसार यात्रा करने की आवश्यकता हो सकती है।
  • फेलोशिप प्रोग्राम में शामिल होने के समय शोधार्थी को मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट लाना होगा। शोधार्थी के चयन के बाद शोधार्थी के चरित्र का पुलिस सत्यापन कराया जायेगा.
  • फेलोशिप की अवधि के दौरान, शोधार्थी को अपने संबद्धता के स्थान पर रहना होगा।
  • शोधार्थी को प्रस्ताव पत्र प्राप्त होने के 30 कार्य दिवसों के भीतर संबंधित कार्यालय में योगदान प्रस्तुत करना होगा अन्यथा चयन रद्द कर दिया जाएगा।
  • फेलोशिप की अवधि के दौरान शोधार्थी को किसी भी राजनीतिक आंदोलन में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
  • जनपद/मंडल स्तर पर तैनाती के दौरान शोधार्थी को सर्वेक्षण, अवलोकन, मूल्यांकन और पर्यटन योजनाओं के प्रस्ताव तैयार करने के लिए क्षेत्र का भ्रमण करना होगा।

प्रबंधन

फेलोशिप कार्यक्रम का क्रियान्वयन एवं प्रबंधन पर्यटन विभाग द्वारा किया जायेगा। होटल मैनेजमेंट, फूड टेक्नोलॉजी एंड एप्लाइड न्यूट्रिशन इंस्टीट्यूट, माननीय कांशीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टूरिज्म मैनेजमेंट, लखनऊ और फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट, अलीगढ़ शोधार्थी की चयन प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।


मुख्यमंत्री टूरिज़्म फेलोशिप कार्यक्रम का हिस्सा बनें

आवेदन की अंतिम तिथि -अगस्त 31, 2024